शुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उधोग । MSME । Micro, Small & Medium Enterprises
MSME in hindi full details
MSME क्या है? उद्योग आधार क्या है? दोनों में क्या अंतर है ?
MSME - Micro, Small & Medium Enterprises
शुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम
मतलब न तो दोनों में कोई अंतर है और नही दोनों अलग – अलग हैं। क्योंकिMSME केंद्र सरकार का एक मंत्रालय है और उद्योग आधार उस मंत्रालय की योजना। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही उद्योग आधार योजना को आधार योजना के नाम से भी जाना जाता है।
MSME एक तरह की स्कीम है, जिसकी शुरुआत छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने लिए की गई है । इसके तहत सरकार छोटे उद्योगों को अनेक प्रकार से फ़ायदे पहुँचाने का प्रयास करती है। इस स्कीम के अंतर्गत छोटे उद्योगों को 3 भागों में बांटा गया है- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग. MSME रजिस्ट्रेशन के माध्यम से छोटी कंपनियां सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकती हैं, उद्योग से सम्बंधित कई सरकारी स्कीम्स ऐसी हैं, जिनका लाभ आप बिना MSME का रजिस्ट्रेशन के नहीं ले सकते हैं ।
MSME के प्रकार:-
मैनुफैक्चरिंग उद्योग (Manufacturing Enterprise)- मैनुफैक्चरिंग उद्योग में नई चीजों को बनाने यानी निर्माण करने का कार्य किया जाता है।
सर्विस सेक्टर (Service Enterprise)- सर्विस सेक्टर में मुख्य रुप से सेवा प्रदान करने का कार्य किया जाता है। इसे सेवा क्षेत्र के रुप में भी जाना जाता है। इस सेक्टर में लोगों को और विभिन्न संस्थाओं को सर्विस देने का काम होता है।
MSME Category :-
MSME के अंतर्गत कंपनियों को तीन Category में बांटा गया है,
Micro, Small और Medium, जिनके लिए अलग अलग परिभाषा है. इन परिभाषाओं में कुछ बदलाव किये गए हैं, MSME की नई परिभाषा इस प्रकार है :-
*सूक्ष्म उद्योग(micro industries):- सूक्ष्म उद्योग सबसे छोटी संस्था है. इसके अंतर्गत वो कंपनी आती हैं, जिनका निवेश 1 करोड़ से कम हैं और टर्नओवर 5 करोड़ से अधिक नहीं है ।
*लघु उद्योग (small industries):- इसके अंतर्गत छोटे विनिर्माण उद्योग आते हैं, इसके अंतर्गत वो कंपनी आती हैं जिनका निवेश 10 करोड़ से कम और टर्नओवर 50 करोड़ से कम है ।
*मध्यम उद्योग (medium industries):- इसके अंतर्गत वो कंपनी आती हैं जिनका निवेश 20 करोड़ से कम और टर्नओवर 100 करोड़ से कम है ।
MSME registration कैसे करा सकते हैं ?
MSME रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से कर सकते हैं, रजिस्ट्रेशन करने में कोई शुल्क नहीं लगता है ।
MSME registration में लगने वाले आवश्यक दस्तावेज :-
आधार कार्ड
पैन कार्ड
बैंक डिटेल्स
MSME registration के लाभ :-
1. MSME रजिस्ट्रेशन सरकारी टेंडर प्राप्त करने में मदद करता है
2. स्टाम्प ड्यूटी और ऑक्टोई लाभ
बैंक लोन के तहत, पूरी तरह से ऑटोमैटिक मशीनरी पर 15% इम्पोर्ट सब्सिडी
3. बिजली बिल में रियायत
4. व्यापार के क्षेत्र के बावजूद लाइसेंस, अप्रूवल और रजिस्ट्रेशन प्राप्त करना आसान हो जाता है
5. ISO प्रमाणपत्र खर्च का मुआवज़ा
6. बैंक से कम ब्याज दर लोन प्राप्त करने में मदद करता है
7. रजिस्ट्रर्ड MSME को टैरिफ सब्सिडी और टैक्स और कैपिटल सब्सिडी मिलती है
8. मूल्य वरियता में वेटेज
9. सरकारी निविदाएं खरीदने में प्राथमिकता
10. पेटेंट पंजीकरण के लिये किये गए खर्चों पर 50% सब्सिडी
11. डायरेक्ट टैक्स के कानूनों के तहत छूट मिलती है
12. सरकारी अनुदान प्राप्त करने में आसानी होती है
Who can appply for MSME - MSME रजिस्ट्रेशन कौन करा सकता है?
MSME के तहत निम्न संस्थाए रजिस्ट्रेशन करवा सकती हैं -
प्रोप्राइटरशिप फर्म
सरकारी और प्राइवेट कंपनियां
एलएलपी
हिन्दू अविभाजित परिवार
पार्टनरशिप फर्म
वन पर्सन कंपनी
को-ऑपरेटिव सोसाइटीज
एसोसिएशन ऑफ पर्सन
आवेदन फॉर्म में MSME रजिस्ट्रेशन के लिए प्रदान की जाने वाली जानकारी की लिस्ट:-
आधार नम्बर
आधार कार्ड के अनुसार उद्यमी का नाम
सामाजिक श्रेणी (सामान्य, ओबीसी, एससी / एसटी)
लिंग
शारीरिक रूप से विकलांग
उद्यम का नाम
संगठन का प्रकार
पैन कार्ड
प्लांट का स्थान / पता
देश, राज्य, जिला, शहर, तहसील, पिन कोड
कार्यालय का पता
मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी
व्यवसाय के शुरु होने की तारीख
बैंक खाता संख्या और IFSC कोड
उद्यम की व्यावसायिक गतिविधि
NIC कोड (2 अंक का ) – प्राथमिक गतिविधि चुनें
उद्यम की अतिरिक्त जानकारी
कर्मचारियों की संख्या
प्लांट और मशीनरी में निवेश राशि
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